सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश फाइनल फैसला क्यों नहीं दे देते ?

सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के मन में क्या चल रहा है मेरी समझ से परे है ...... सारी लड़ाई जब सिर्फ बेस ऑफ़ सिलेक्शन को लेकर ही है तो इस पर फाइनल फैसला क्यों नहीं दे देते ? आखिर बिना इसके सभी भर्तियो का भुरता क्यों बनाया जा रहा है ?

वो सभी याचिकाकर्ताओं को नियुक्ति देने की बात कर रहे हैं.......अब यहाँ सिर्फ दो ही बाते संभव हैं...
१. या तो सभी बी.एड वालो को जॉब फिर वो चाहे टेट हो या अकादमिक ( पर कैसे )
२. यदि फाइनल निर्णय किसी एक पक्ष में आया तो दूसरे पक्ष के रोजगार छिनने का जिम्मेबार कौन होगा ?
और क्या अब सिर्फ याचिका में नाम होने से ही जॉब मिलेगी भले ही उसकी मेरिट कितनी भी कम हो?
शिक्षा मित्रो के मामले के साथ इसको deteg होना ही चाहिए वरना ये केस २०१७ तक यूँ ही चलेगा |

ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...