जागरण संवाददाता, अमेठी : फर्जी अंक पत्र के सहारे नौकरी हथियाने वाले
शिक्षामित्रों की पोल परत दर परत खुली जा रही है। फर्जी अंक पत्र मामले में
जहां बीएसए ने गत चार दिसंबर को सहायक अध्यापक बने 13 शिक्षामित्रों की
सेवा समाप्त की थी। वहीं रविवार को एक और शिक्षामित्र का शैक्षिक प्रमाण
फर्जी पाए जाने पर बीएसए ने सेवा से बर्खास्त कर दिया है। इस बड़ी कार्रवाई
से शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। बताना मुनासिब होगा कि प्राथमिक
विद्यालयों में शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर समायोजित किया गया
था। जिसके बाद उनके शैक्षिक अभिलेखों की जांच के लिए संबंधित
बोर्ड/विश्वविद्यालय को भेजा गया था। जहां पर शैक्षिक प्रमाण पत्रों के
सत्यापन प्रक्रिया के दौरान फर्जी तरीके से अंक पत्र लगाकर नौकरी हथियाने
वाले शिक्षामित्रों की पोल खुलती जा रही है। बीएसए ने जहां गत चार दिसंबर
को फर्जी तरीके से नौकरी हथियाने वाले 13 शिक्षामित्रों पर कार्रवाई की थी।
वहीं रविवार को गौरीगंज विकास क्षेत्र के सुजानपुर प्राथमिक विद्यालय में
सहायक अध्यापक पद पर तैनात शिक्षामित्र आशा का 12वीं का फर्जी अंक पत्र पाए
जाने पर उनकी सेवा समाप्त कर दी गई है। बीएसए ने बताया कि उक्त शिक्षिका
ने 12वीं कक्षा का अंक पत्र हरियाणा सीनियर सेकेंडरी बोर्ड से था। जो
सत्यापन प्रकिया में फर्जी पाया गया। जिसके चलते बीएसए ने दोषी शिक्षिका को
तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है।