अविनाशी श्रीवास्तव इलाहाबाद। देश में उच्च शिक्षा की स्थिति
काफी चिंताजनक है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तो यहां के संस्थान काफी पीछे हैं
ही, स्थानीय जांच एजेंसी की कसौटी पर भी ज्यादातर कालेज खरे नहीं उतरते।
स्थिति यह है कि मात्र नौ फीसदी कालेजों को राष्ट्रीय
मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की ‘ए’ ग्रेडिंग प्राप्त है। यह
आंकड़ा नैक ग्रेडिंग प्राप्त करने वाले संस्थानों का है।