’ चार सालों से कोर्ट और सरकार के बीच मामला लटका
’ राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर अभ्यर्थियों ने जताई अपनी इच्छा
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’ राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर अभ्यर्थियों ने जताई अपनी इच्छा
बस्ती। बीएड-टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर इच्छा
मृत्यु मांगी है। अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार पर उत्पीड़न व उनके अधिकारों
की अनदेखी करने का आरोप लगाया है।
ज्ञापन में करुणोश कुमार मिश्र आदि ने कहा है कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का मामला पिछले चार सालों से सरकार और कोर्ट के बीच लटका है। टीईटी प्रमाणपत्र की वैधता खत्म होने में सिर्फ 10 महीने का समय है। 2011 से बीएड अभ्यर्थी प्राथमिक टीईटी से बाहर है। एक ही विज्ञापन 2011 में और वही विज्ञापन 2012 में निकाला गया। प्रत्येक जिले में आवेदन की फीस 500 रुपए थी और एक-एक अभ्यर्थी ने 50 से 60 जिलों में फार्म डाला। इस पर 25 से 30 हजार रुपए तक का खर्च आया। उनका कहना है कि पूरे देश में एनसीटीई की गाइड लाइन के अनुसार 2010 के बाद से समस्त नियुक्ति पर टीईटी अनिवार्य है। ऐसे में टीईटी अभ्यर्थियों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है। अगर हमारे साथ न्याय नहीं किया गया तो हमारे सामने इच्छा मृत्यु के सिवा कोई चारा नहीं बचेगा।ज्ञापन सौंपे जाते समय मेराज अहमद, अजय श्रीवास्तव, जुबेर अहमद, आदर्श पाण्डेय, प्रेम प्रकाश सिंह, सुनील कुमार सिंह, हेमंत कुमार पाण्डेय, करुणोश मिश्र, राकेश चौधरी, अजय श्रीवास्तव आदि रहे।
ज्ञापन में करुणोश कुमार मिश्र आदि ने कहा है कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का मामला पिछले चार सालों से सरकार और कोर्ट के बीच लटका है। टीईटी प्रमाणपत्र की वैधता खत्म होने में सिर्फ 10 महीने का समय है। 2011 से बीएड अभ्यर्थी प्राथमिक टीईटी से बाहर है। एक ही विज्ञापन 2011 में और वही विज्ञापन 2012 में निकाला गया। प्रत्येक जिले में आवेदन की फीस 500 रुपए थी और एक-एक अभ्यर्थी ने 50 से 60 जिलों में फार्म डाला। इस पर 25 से 30 हजार रुपए तक का खर्च आया। उनका कहना है कि पूरे देश में एनसीटीई की गाइड लाइन के अनुसार 2010 के बाद से समस्त नियुक्ति पर टीईटी अनिवार्य है। ऐसे में टीईटी अभ्यर्थियों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है। अगर हमारे साथ न्याय नहीं किया गया तो हमारे सामने इच्छा मृत्यु के सिवा कोई चारा नहीं बचेगा।ज्ञापन सौंपे जाते समय मेराज अहमद, अजय श्रीवास्तव, जुबेर अहमद, आदर्श पाण्डेय, प्रेम प्रकाश सिंह, सुनील कुमार सिंह, हेमंत कुमार पाण्डेय, करुणोश मिश्र, राकेश चौधरी, अजय श्रीवास्तव आदि रहे।
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