शिक्षक भर्ती के लिए
जिले में रिक्त 322 सीटों के लिए बुधवार को अभ्यर्थियों की भारी भीड़ उमड़
पड़ी। जिससे बीएसए कार्यालय की व्यवस्था तार-तार हो गई। शहर में पूरे दिन
जाम की स्थिति बनी रही। हालात यहां तक पहुंच गए कि व्यवस्था सही करने व
भीड़ नियंत्रित करने के लिए प्रभारी निरीक्षक व सीओ के साथ ही डीएम-एसपी तक
को मौके पर पहुंचना पड़ा।
शासन के आदेश पर परिषदीय विद्यालयों में रिक्त
सहायक अध्यापक की 16,448 सीटों के लिए बीते 16 व 17 अगस्त को बीएसए
कार्यालय में काउंसलिंग आयोजित की गई थी। पहली काउंसलिंग में जिले भर के
अभ्यर्थियों को शामिल करने से काउंसलिंग में सिर्फ 186 अभ्यर्थी ही पहुंचे
थे। 508 पदों के सापेक्ष मात्र 186 अभ्यर्थियों के पहुंचने से जिले में
अप्रत्याशित रूप से जनरल की मेरिट 55.33 व ओबीसी की 51.97 तक पहुंच गई। दो
दिन चली काउंसलिंग के बावजूद जिले में रिक्त रह गईं सामान्य वर्ग की 69,
ओबीसी की 136 व एससी की 107 के साथ एसटी की 10 सीटों के लिए बुधवार को
बीएसए राजकुमार पंडित की ओर से खुली काउंसलिंग बुलाई गई थी।
खुली काउंसलिंग में पूरे प्रदेश के अभ्यर्थियों को बुलाने से बुधवार को बड़ी संख्या में अभ्यर्थी उमड़ पड़े। भीड़ का आलम यह रहा कि बीएसए कार्यालय से करीब पांच सौ मीेटर की दूरी में सड़कों पर वाहन व लोगों के सिर नजर आ रहे थे। वाहनों के बेतरतीब खड़े होने और भीड़ के सड़क पर मौजूद होने के कारण सुबह 10 बजे तक पूरा शहर जाम की चपेट में आ गया। इसकी जानकारी मिलने के बाद एसपी हीरालाल ने सीओ हौसिला प्रसाद व प्रभारी निरीक्षक आरपी शाही के साथ यातायात सिपाहियों को मौके पर भेजा।
पुलिस के सक्रिय होने के बाद जाम के हालात कुछ हद तक सही हो सके। यातायात व्यवस्था दुरुस्त होने के बाद बीएसए कार्यालय में काउंसलिंग के लिए भारी भीड़ परिसर व बीएसए कार्यालय के अंदर पहुंच गई। इसकी सूचना मिलने पर डीएम चंद्रकांत पांडेय, एसपी हीरालाल व एडीएम एसएन यादव मौके पर पहुंचे। आला अधिकारियों ने काउंसलिंग में मेरिट के आधार पर अभ्यर्थियों को बुलाने की व्यवस्था बनाकर सुरक्षा बलों के माध्यम से भीड़ को परिसर से बाहर करवाया। काउंसलिंग प्रक्रिया देर शाम तक जारी रही।
खुली काउंसलिंग में पूरे प्रदेश के अभ्यर्थियों को बुलाने से बुधवार को बड़ी संख्या में अभ्यर्थी उमड़ पड़े। भीड़ का आलम यह रहा कि बीएसए कार्यालय से करीब पांच सौ मीेटर की दूरी में सड़कों पर वाहन व लोगों के सिर नजर आ रहे थे। वाहनों के बेतरतीब खड़े होने और भीड़ के सड़क पर मौजूद होने के कारण सुबह 10 बजे तक पूरा शहर जाम की चपेट में आ गया। इसकी जानकारी मिलने के बाद एसपी हीरालाल ने सीओ हौसिला प्रसाद व प्रभारी निरीक्षक आरपी शाही के साथ यातायात सिपाहियों को मौके पर भेजा।
पुलिस के सक्रिय होने के बाद जाम के हालात कुछ हद तक सही हो सके। यातायात व्यवस्था दुरुस्त होने के बाद बीएसए कार्यालय में काउंसलिंग के लिए भारी भीड़ परिसर व बीएसए कार्यालय के अंदर पहुंच गई। इसकी सूचना मिलने पर डीएम चंद्रकांत पांडेय, एसपी हीरालाल व एडीएम एसएन यादव मौके पर पहुंचे। आला अधिकारियों ने काउंसलिंग में मेरिट के आधार पर अभ्यर्थियों को बुलाने की व्यवस्था बनाकर सुरक्षा बलों के माध्यम से भीड़ को परिसर से बाहर करवाया। काउंसलिंग प्रक्रिया देर शाम तक जारी रही।