रायबरेली : बेसिक और माध्यमिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त 1,352
स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। जबकि अन्य स्कूल विभाग की नजरों में
अवैध ढंग से संचालित हो रहे है। इन अवैध स्कूलों की सूची बेसिक और माध्यमिक
शिक्षा विभाग ने नहीं तैयार की है।
लेकिन जब वर्ष पूरा होता है तो बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर दवाब बनाने के लिए नोटिस भेज मोटी रकम वसूलने का खेल-खेला जाता है। विभाग की इन कुरीतियों के चलते दर्जनों स्कूल ऐसे हैं जो जिनके पास पांच तक मान्यता है वे आठ तक स्कूल चला रहे हैं और जिनके पास आठ की मान्यता है वो हाईस्कूल और इंटरमीडिएट तक प्रवेश ले रहे हैं। इससे शिक्षा का दृष्टिकोण से सिर्फ बाजारीकरण पर आधारित हो गया है।
रायबरेली के अमावां, बछरावां, छतोह, डलमऊ, हरचंदपुर, जगतपुर, खीरों, लालगंज, महाराजगंज, राही, रोहनिया, सलोन, सरेनी, शिवगढ़, ऊंचाहार समेत 19 ब्लॉकों में बिना मान्यता के स्कूल संचालित हो रहे है। पूर्व में इन स्कूलों पर शिकंजा कसने के लिए ब्लॉकों में तैनात खंड शिक्षाधिकारी और डीआईओएस ने तहसील स्तर पर लिस्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए। इन स्कूलों की लिस्ट तैयार की गई, लेकिन सार्वजनिक नहीं की गई। शिक्षा का बाजारीकरण करते हुए शिक्षाधिकारियों ने अब तक बिना मान्यता के चलने वाले स्कूलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे बिना मान्यता के चलने वाले स्कूलों का ग्राफ आए बढता जा रहा है। जबकि बीते वर्ष माध्यमिक शिक्षा विभाग के कई मामले सामने आए। जिसमें हाईस्कूल के एक दर्जन से अधिक छात्रों का एक वर्ष बर्बाद हो गया। लेकिन विभागीय शिक्षाधिकारियों ने कोई भी कठोर कार्रवाई नहीं की।
भवन बना, छात्र आए पर मान्यता नहीं
रायबरेली में स्कूल का भवन बनवा लिया गया और अभिभावकों से लुभाने वादे कर उनके बच्चों का पंजीकरण स्कूलों में करवा लिया गया पर मान्यता वर्षों तक नहीं ली। कुछ इस ढर्रे पर रायबरेली में स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। जबकि बीते दिनों हुए निरीक्षण में बिना मान्यता के स्कूलों की पोल खुलकर सामने आई। जबकि पूरे वर्ष एक स्कूल और उनके प्रबंधक के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की।
मान्यता प्राप्त स्कूलों की रिपोर्ट
बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्तजिलाध्यक्ष बसंत ¨सह बग्गा ने
प्राथमिक- 909 स्कूल।
उच्च प्राथमिक- 200 स्कूल।
अंग्रेजी माध्यम- 18 स्कूल।
माध्यमिक के मान्यता प्राप्त
हाईस्कूल व इंटर- 225 स्कूल।
इनकी सुनें
'बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों की रिपोर्ट सभी खंड शिक्षाधिकारियों से पुन: मांगी जाएगी। जिससे मुख्यालय स्तर पर कार्रवाई की जा सके।'
-जीएस निरंजन, बीएसए रायबरेली।
'बिना मान्यता के स्कूलों के रिपोर्ट तैयार करने को तहसील प्रभारियों को लगा रखा गया है। रिपोर्ट मिलते ही सभी के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाएगी।' -विनय मोहन, जिला विद्यालय निरीक्षक, रायबरेली।
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
लेकिन जब वर्ष पूरा होता है तो बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर दवाब बनाने के लिए नोटिस भेज मोटी रकम वसूलने का खेल-खेला जाता है। विभाग की इन कुरीतियों के चलते दर्जनों स्कूल ऐसे हैं जो जिनके पास पांच तक मान्यता है वे आठ तक स्कूल चला रहे हैं और जिनके पास आठ की मान्यता है वो हाईस्कूल और इंटरमीडिएट तक प्रवेश ले रहे हैं। इससे शिक्षा का दृष्टिकोण से सिर्फ बाजारीकरण पर आधारित हो गया है।
रायबरेली के अमावां, बछरावां, छतोह, डलमऊ, हरचंदपुर, जगतपुर, खीरों, लालगंज, महाराजगंज, राही, रोहनिया, सलोन, सरेनी, शिवगढ़, ऊंचाहार समेत 19 ब्लॉकों में बिना मान्यता के स्कूल संचालित हो रहे है। पूर्व में इन स्कूलों पर शिकंजा कसने के लिए ब्लॉकों में तैनात खंड शिक्षाधिकारी और डीआईओएस ने तहसील स्तर पर लिस्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए। इन स्कूलों की लिस्ट तैयार की गई, लेकिन सार्वजनिक नहीं की गई। शिक्षा का बाजारीकरण करते हुए शिक्षाधिकारियों ने अब तक बिना मान्यता के चलने वाले स्कूलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे बिना मान्यता के चलने वाले स्कूलों का ग्राफ आए बढता जा रहा है। जबकि बीते वर्ष माध्यमिक शिक्षा विभाग के कई मामले सामने आए। जिसमें हाईस्कूल के एक दर्जन से अधिक छात्रों का एक वर्ष बर्बाद हो गया। लेकिन विभागीय शिक्षाधिकारियों ने कोई भी कठोर कार्रवाई नहीं की।
भवन बना, छात्र आए पर मान्यता नहीं
रायबरेली में स्कूल का भवन बनवा लिया गया और अभिभावकों से लुभाने वादे कर उनके बच्चों का पंजीकरण स्कूलों में करवा लिया गया पर मान्यता वर्षों तक नहीं ली। कुछ इस ढर्रे पर रायबरेली में स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। जबकि बीते दिनों हुए निरीक्षण में बिना मान्यता के स्कूलों की पोल खुलकर सामने आई। जबकि पूरे वर्ष एक स्कूल और उनके प्रबंधक के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की।
मान्यता प्राप्त स्कूलों की रिपोर्ट
बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्तजिलाध्यक्ष बसंत ¨सह बग्गा ने
प्राथमिक- 909 स्कूल।
उच्च प्राथमिक- 200 स्कूल।
अंग्रेजी माध्यम- 18 स्कूल।
माध्यमिक के मान्यता प्राप्त
हाईस्कूल व इंटर- 225 स्कूल।
इनकी सुनें
'बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों की रिपोर्ट सभी खंड शिक्षाधिकारियों से पुन: मांगी जाएगी। जिससे मुख्यालय स्तर पर कार्रवाई की जा सके।'
-जीएस निरंजन, बीएसए रायबरेली।
'बिना मान्यता के स्कूलों के रिपोर्ट तैयार करने को तहसील प्रभारियों को लगा रखा गया है। रिपोर्ट मिलते ही सभी के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाएगी।' -विनय मोहन, जिला विद्यालय निरीक्षक, रायबरेली।
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