कुछ
बाते और हैं।अगली सुनवाई में विकास सिंह के अलावा पतवलिया के टक्कर के
वकील राजीव धवन के नाम पर चर्चा है अतः सभी मित्र यथासंभव सहयोग करेंगे ऐसी
अपेक्षा है क्योकि आगामी 3 डेट हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।आप लोग
इन दोनों वकीलो की छानबीन कर सकते हैं।
चूँकि नौकरी के बाद ही अध्यक्षी उपाध्यक्षी और बाकि सब रहेंगी अतः आगामी डेट को हलके में न लें।चंदा चोरी है इससे मैं सहमत हूँ लेकिन ध्यान रखें की अपनी माँ अगर एक थप्पड़ मार दे तो शाम तक आदमी भूल जाता है लेकिन पडोसी अगर एक थप्पड़ मार दे तो ता उम्र टीस देती है।अतः एकजुट हो जाएँ मित्रों।रही बात मानदेय की तो एक बार जिले स्तर पर आंदोलन करके उस ज्ञापन की रिसीविंग ली जायेगी अगर उसके बाद भी सरकार नहीं मानती तो कोर्ट अंतिम विकल्प है।लेकिन कोर्ट जाने के लिए वकील चाहिए और वकील के लिए पैसा।फिर सब चंदचोरी की बात करने लगेंगे।
अरे ठीक है अगर किसी अपने ने हमारा कुछ चुरा लिया लेकिन गैर तो कल ऊँगली नहीं उठाएंगे।समय है एकजुट हो जाये।नौकरी स्थायी होने के बाद मंत्री संत्री बन लेना मैं खुद सारी कार्यकारिणी से अलग हो जाऊंगा क्योकि यहाँ विद्वान बहुत है।अरे शिक्षमित्रों के सामने शिक्षामित्रो के किसी नेता को गाली दे के देखें।ईमारत की कोई हस्ती नही होती जब तक उसमें ईंट न लगे अतः सभी अपनी हस्ती समझने वाले ईंटों की कीमत समझ लें।इनसे हम हैं हम से ये नहीं।
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चूँकि नौकरी के बाद ही अध्यक्षी उपाध्यक्षी और बाकि सब रहेंगी अतः आगामी डेट को हलके में न लें।चंदा चोरी है इससे मैं सहमत हूँ लेकिन ध्यान रखें की अपनी माँ अगर एक थप्पड़ मार दे तो शाम तक आदमी भूल जाता है लेकिन पडोसी अगर एक थप्पड़ मार दे तो ता उम्र टीस देती है।अतः एकजुट हो जाएँ मित्रों।रही बात मानदेय की तो एक बार जिले स्तर पर आंदोलन करके उस ज्ञापन की रिसीविंग ली जायेगी अगर उसके बाद भी सरकार नहीं मानती तो कोर्ट अंतिम विकल्प है।लेकिन कोर्ट जाने के लिए वकील चाहिए और वकील के लिए पैसा।फिर सब चंदचोरी की बात करने लगेंगे।
अरे ठीक है अगर किसी अपने ने हमारा कुछ चुरा लिया लेकिन गैर तो कल ऊँगली नहीं उठाएंगे।समय है एकजुट हो जाये।नौकरी स्थायी होने के बाद मंत्री संत्री बन लेना मैं खुद सारी कार्यकारिणी से अलग हो जाऊंगा क्योकि यहाँ विद्वान बहुत है।अरे शिक्षमित्रों के सामने शिक्षामित्रो के किसी नेता को गाली दे के देखें।ईमारत की कोई हस्ती नही होती जब तक उसमें ईंट न लगे अतः सभी अपनी हस्ती समझने वाले ईंटों की कीमत समझ लें।इनसे हम हैं हम से ये नहीं।
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