विभागीय अनदेखी के चलते पूर्व माध्यमिक विद्यालय रिछोला घासी के एक कमरे में पिछले एक दशक से एक दबंग ने अवैध कब्जा कर रखा है।
यह दबंग विद्यालय के एक कमरे में सपरिवार रह रहा है और विद्यालय परिसर में अपने पशु भी बांधता है। पशु विद्यालय परिसर में गंदगी भी करते हैं और उन पशुओं से बच्चों को हर समय खतरा बना रहता है। दबंग के घर की महिलाएं विद्यालय परिसर में ही उपले थोपती हैं। दबंग ने विद्यालय की छत पर भी काफी सामान रख रखा है। विद्यालय परिसर के काफी हिस्से पर अवैध कब्जा होने से बच्चे खेल भी नहीं पाते हैं। विद्यालय में बच्चों की संख्या घटकर मात्र 50 रह गई है, तैनात शिक्षकों की संख्या तीन है।
इस बाबत प्रधानाध्यापक लीलाधर ने बताया कि उन्होंने विभागीय उच्चाधिकारियों को इस समस्या के निस्तारण के क्रम में कई पत्र भेज रखे हैं, उच्चाधिकारियों का जैसा आदेश मिलेगा वैसी कार्रवाई की जाएगी।
http://ultapradesh.blogspot.com/
यह दबंग विद्यालय के एक कमरे में सपरिवार रह रहा है और विद्यालय परिसर में अपने पशु भी बांधता है। पशु विद्यालय परिसर में गंदगी भी करते हैं और उन पशुओं से बच्चों को हर समय खतरा बना रहता है। दबंग के घर की महिलाएं विद्यालय परिसर में ही उपले थोपती हैं। दबंग ने विद्यालय की छत पर भी काफी सामान रख रखा है। विद्यालय परिसर के काफी हिस्से पर अवैध कब्जा होने से बच्चे खेल भी नहीं पाते हैं। विद्यालय में बच्चों की संख्या घटकर मात्र 50 रह गई है, तैनात शिक्षकों की संख्या तीन है।
इस बाबत प्रधानाध्यापक लीलाधर ने बताया कि उन्होंने विभागीय उच्चाधिकारियों को इस समस्या के निस्तारण के क्रम में कई पत्र भेज रखे हैं, उच्चाधिकारियों का जैसा आदेश मिलेगा वैसी कार्रवाई की जाएगी।
http://ultapradesh.blogspot.com/