उप्र पुलिस आरक्षी भर्ती-2013 के चयनित अभ्यर्थियों ने नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग को लेकर दिया धरना
लक्ष्मण मेला मैदान में धरना देते पुलिस भर्ती-2013 के अभ्यर्थी
जागरण संवाददाता, लखनऊ : उप्र पुलिस आरक्षी भर्ती-2013 में चयनित अभ्यर्थियों ने सरकार से नियुक्ति पत्र जारी कर वर्दी देने की मांग की है।
प्रदेशभर के कई जिलों से आए सैकड़ों चयनित अभ्यर्थियों ने पुलिस भर्ती बोर्ड पर मनमानी का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि उनकी नियुक्ति करने के बजाय नई भर्ती करने की प्रक्रिया चलाई जा रही है। यह उनके साथ अन्याय है। सरकार को चाहिए कि पहले जो चयनित अभ्यर्थी हैं उन्हें प्रशिक्षण के लिए भेजकर उनकी नियुक्ति की जाए।
लखनऊ, बाराबंकी, आजमगढ़, कानुपर, इलाहाबाद, सुल्तानपुर, फैजाबाद सहित कई जिलों से आए सैकड़ों अभ्यर्थियों ने बताया कि वर्ष 2013 में उप्र पुलिस आरक्षी भर्ती में 38,315 लोग चयनित हुए। जिनमें 12, 687 अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण पर भेजते हुए उनकी नियुक्ति कर दी गई। शेष लगभग 26 हजार अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण पर नहीं भेजा गया, जिससे उनका भविष्य अधर में है। उन्होंने बताया कि 16 नवंबर 2015 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अभ्यर्थियों की नियुक्ति करने का आदेश जारी किया गया। इसके बावजूद भर्ती बोर्ड द्वारा कोई कार्रवाही नहीं की गई।
देरशाम तक धरने पर बैठे रहे अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी कि जब तक उनका नियुक्ति पत्र जारी नहीं होगा, वह लोग धरना जारी रखेंगे। जल्दी अगर फैसला नहीं हुआ तो वह लोग भूख हड़ताल भी शुरू करेंगे। उन्होंने बताया कि बुधवार को मुख्यमंत्री के जनता दरबार पर भी वह लोग गए, पुलिस ने उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया।
लक्ष्मण मेला मैदान में धरना देते पुलिस भर्ती-2013 के अभ्यर्थी
जागरण संवाददाता, लखनऊ : उप्र पुलिस आरक्षी भर्ती-2013 में चयनित अभ्यर्थियों ने सरकार से नियुक्ति पत्र जारी कर वर्दी देने की मांग की है।
प्रदेशभर के कई जिलों से आए सैकड़ों चयनित अभ्यर्थियों ने पुलिस भर्ती बोर्ड पर मनमानी का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि उनकी नियुक्ति करने के बजाय नई भर्ती करने की प्रक्रिया चलाई जा रही है। यह उनके साथ अन्याय है। सरकार को चाहिए कि पहले जो चयनित अभ्यर्थी हैं उन्हें प्रशिक्षण के लिए भेजकर उनकी नियुक्ति की जाए।
लखनऊ, बाराबंकी, आजमगढ़, कानुपर, इलाहाबाद, सुल्तानपुर, फैजाबाद सहित कई जिलों से आए सैकड़ों अभ्यर्थियों ने बताया कि वर्ष 2013 में उप्र पुलिस आरक्षी भर्ती में 38,315 लोग चयनित हुए। जिनमें 12, 687 अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण पर भेजते हुए उनकी नियुक्ति कर दी गई। शेष लगभग 26 हजार अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण पर नहीं भेजा गया, जिससे उनका भविष्य अधर में है। उन्होंने बताया कि 16 नवंबर 2015 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अभ्यर्थियों की नियुक्ति करने का आदेश जारी किया गया। इसके बावजूद भर्ती बोर्ड द्वारा कोई कार्रवाही नहीं की गई।
देरशाम तक धरने पर बैठे रहे अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी कि जब तक उनका नियुक्ति पत्र जारी नहीं होगा, वह लोग धरना जारी रखेंगे। जल्दी अगर फैसला नहीं हुआ तो वह लोग भूख हड़ताल भी शुरू करेंगे। उन्होंने बताया कि बुधवार को मुख्यमंत्री के जनता दरबार पर भी वह लोग गए, पुलिस ने उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया।