पहले कराओ सत्यापन, फिर मिलेगा वेतन
कानपुर, जागरण संवाददाता: राजकीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की भर्ती (एलटी ग्रेड) में शिक्षा विभाग ने नया निर्णय लेते हुए कहा कि पहले अभ्यर्थियों को अभिलेखों का सत्यापन कराना होगा। सत्यापन में पुष्टि के बाद ही नियुक्ति पर वेतन जारी किया जाएगा।
इतना ही नहीं शासन के अफसरों की ओर से इस भर्ती में प्रवेश परीक्षा की तर्ज पर लिखित परीक्षा कराने पर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि अभी नियमावली संशोधन की चर्चा की गई है। इसकी पुष्टि यूपी बोर्ड की सचिव ने की है।
कानपुर, जागरण संवाददाता: राजकीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की भर्ती (एलटी ग्रेड) में शिक्षा विभाग ने नया निर्णय लेते हुए कहा कि पहले अभ्यर्थियों को अभिलेखों का सत्यापन कराना होगा। सत्यापन में पुष्टि के बाद ही नियुक्ति पर वेतन जारी किया जाएगा।
इतना ही नहीं शासन के अफसरों की ओर से इस भर्ती में प्रवेश परीक्षा की तर्ज पर लिखित परीक्षा कराने पर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि अभी नियमावली संशोधन की चर्चा की गई है। इसकी पुष्टि यूपी बोर्ड की सचिव ने की है।
बीते साल 2014 में पूरे सूबे में शुरू हुई इस प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा
सामने आया। कानपुर मंडल में तो दो चरणों में 15 अभ्यर्थी ऐसे पकड़े गए जिनके
अंकपत्र फर्जी निकले। जांच प्रक्रिया के दौरान ही लखनऊ के एक बड़े गिरोह
द्वारा रैकेट संचालित होने की बात भी कही गई। कानपुर मंडल में 261 पदों के
लिए 1.81 लाख आवेदन पत्र आए। इसके बाद मेरिटवार सूची बनाते हुए काउंसिलिंग
के बाद अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए गए। पहली सूची में नियुक्ति पत्र
हासिल करने के बाद ज्वाइनिंग करने वाले कुछ अभ्यर्थियों के अभिलेख जब फर्जी
निकले तो शिक्षा विभाग के अफसरों के कान खड़े हो गये। इसके बाद गंभीरता से
जांच करते हुए प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। ऐसे में जब पूरे सूबे से ऐसे
कई मामले सामने आए तो वरिष्ठ अफसरों ने फैसला करते हुए पहले सत्यापन, फिर
वेतन की बात पर अंतिम मुहर लगा दी। बुधवार को यूपी बोर्ड की सचिव शैल यादव
ने कहा कि जो नियुक्तियां होनी हैं उनमें तो अभिलेखों के सत्यापन की पुष्टि
के बाद ही वेतन मिलेगा। वहीं नई भर्तियों के लिए लिखित परीक्षा कराने पर
नियमावली में संशोधन करने की चर्चा शासन में हुई है।