जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : ¨हदू कालेज में कक्षाओं के संचालन को शुरू
हुए लगभग डेढ़ महीने का समय हो गया है, लेकिन अभी तक कक्षाएं नियमित नहीं
हो सकी हैं। कभी समय सारिणी को लेकर परेशानी तो कभी छात्रों के सेक्शन का
बंटवारा होने के कारण पढ़ाई चौपट हो रही है।
हाल ही में प्राचार्य द्वारा विज्ञान संकाय में बनाए गए एक सेक्शन में लगभग 140 छात्रों को लिया गया है। जंतु विज्ञान के 560 छात्र हैं जिनके चार सेक्शन बनाए हैं। अन्य विभागों में भी यही हालात हैं, जबकि बैठने के लिए कमरों में बमुश्किल 70 से 80 छात्रों की जगह है। मानसिक प्रताड़ना झेलने के बावजूद कोई शिक्षक प्राचार्य की इस कार्यप्रणाली का विरोध नहीं कर पा रहा है।
शिक्षकों के हितों की हो रही अनदेखी
शिक्षकों का कहना है कि प्राचार्य द्वारा 140 छात्रों का एक सेक्शन बनाना उत्पीड़न करना है। इसके पीछे प्राचार्य ने छात्रों का न आना कारण बताया है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब छात्र कालेज ही नहीं आते हैं तो उनकी 75 फीसद उपस्थिति को प्राचार्य कैसे हस्ताक्षर कर देते हैं।
तीन बार बदली गयी है समय सारिणी
जंतु विज्ञान विभाग में समय सारिणी को लेकर भी द्वंद्व छिड़ा हुआ है। नए शैक्षिक सत्र में जुलाई से सितंबर तक तीन बार समय सारिणी बदल चुकी है, लेकिन अभी भी शिक्षकों को यह रास नहीं आ रही है। इसको लेकर शिक्षक प्राचार्य के समक्ष भी विरोध दर्ज करा चुके हैं। इसी मामले को निपटाने के लिए सोमवार को विभागीय शिक्षकों की एक बैठक भी आयोजित की जा रही है।
ये पिछले कई वर्षो से होता आ रहा है। 140 छात्रों को एक सेक्शन में रखने का कोई नियम नहीं है। सेक्शन का बंटवारा प्राचार्य ने किया है। हम इसका विरोध नहीं कर सकते।
-डॉ. अविनाश चंद्र, विभागाध्यक्ष, जंतु विज्ञान।
इस तरह का कुछ भी नहीं है। पता करने के बाद बाकी की जानकारी मैं सोमवार को दे पाउंगा।
-डॉ. एके अग्रवाल, प्राचार्य, ¨हदू कालेज।
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
हाल ही में प्राचार्य द्वारा विज्ञान संकाय में बनाए गए एक सेक्शन में लगभग 140 छात्रों को लिया गया है। जंतु विज्ञान के 560 छात्र हैं जिनके चार सेक्शन बनाए हैं। अन्य विभागों में भी यही हालात हैं, जबकि बैठने के लिए कमरों में बमुश्किल 70 से 80 छात्रों की जगह है। मानसिक प्रताड़ना झेलने के बावजूद कोई शिक्षक प्राचार्य की इस कार्यप्रणाली का विरोध नहीं कर पा रहा है।
शिक्षकों के हितों की हो रही अनदेखी
शिक्षकों का कहना है कि प्राचार्य द्वारा 140 छात्रों का एक सेक्शन बनाना उत्पीड़न करना है। इसके पीछे प्राचार्य ने छात्रों का न आना कारण बताया है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब छात्र कालेज ही नहीं आते हैं तो उनकी 75 फीसद उपस्थिति को प्राचार्य कैसे हस्ताक्षर कर देते हैं।
तीन बार बदली गयी है समय सारिणी
जंतु विज्ञान विभाग में समय सारिणी को लेकर भी द्वंद्व छिड़ा हुआ है। नए शैक्षिक सत्र में जुलाई से सितंबर तक तीन बार समय सारिणी बदल चुकी है, लेकिन अभी भी शिक्षकों को यह रास नहीं आ रही है। इसको लेकर शिक्षक प्राचार्य के समक्ष भी विरोध दर्ज करा चुके हैं। इसी मामले को निपटाने के लिए सोमवार को विभागीय शिक्षकों की एक बैठक भी आयोजित की जा रही है।
ये पिछले कई वर्षो से होता आ रहा है। 140 छात्रों को एक सेक्शन में रखने का कोई नियम नहीं है। सेक्शन का बंटवारा प्राचार्य ने किया है। हम इसका विरोध नहीं कर सकते।
-डॉ. अविनाश चंद्र, विभागाध्यक्ष, जंतु विज्ञान।
इस तरह का कुछ भी नहीं है। पता करने के बाद बाकी की जानकारी मैं सोमवार को दे पाउंगा।
-डॉ. एके अग्रवाल, प्राचार्य, ¨हदू कालेज।
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