सीतापुर : एक कागजात पर दो जगह नौकरी करने वाले शिक्षक रामचंद्र का भेद
भले ही अब खुला हो, लेकिन इसकी सेवा पुस्तिका तत्कालीन बीईओ बिसवां ने कई
साल पहले ही बदल दी थी। मूल सेवा पुस्तिका कहां गुम हो गई यह जानकारी विभाग
के पास भी नहीं है।
पिसावां में नियम से परे जाकर संकुल प्रभारियों की तैनाती करना तथा शासन के कड़े रुख के बाद भी कई शिक्षकों का संबद्धीकरण भी तत्कालीन बीईओ ने किया। एलिया में चहेतों शिक्षकों को कई-कई अतिरिक्त कक्षा-कक्ष का निर्माण प्रभारी बना दिया। यह सारे खेल खंड शिक्षा अधिकारी एलिया रमन ¨सह ने उन ब्लॉकों में किए जहां उनकी तैनाती रही है।
परसेंडी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय चिलमा में तैनात प्रधानाध्यापक रामचंद्र के शैक्षिक प्रमाण पत्रों ने इनके बड़े भाई बदलू अमेठी जिले के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत थे। यह दोनों भाई रामचंद्र के नाम से दो-दो जगह से सरकारी सेवाओं का फायदा उठा रहे थे। इस बाबत 'दैनिक जागरण' ने खबरें प्रकाशित कीं तो राज से पर्दा उठा। रामचंद्र का वेतन रोकने के साथ ही बीएसए ने उनकी जांच शुरू करा दी है। दरअसल इस खेल की जानकारी खंड शिक्षा अधिकारी को हो गई थी और साजिशन रामचंद्र की सेवा पुस्तिका गायब करके दूसरी सेवा पंजिका बगैर बीएसए की अनुमति के बना दी गई। मजे की बात तो यह है उस समय तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी रमन ¨सह ही थे। इसके बाद यही बीईओ स्थानांतरित होकर पिसावां पहुंचे और यहां भी खास लोगों को जमकर रेवड़िया बांटी। निहित स्वार्थ के चलते अपात्र शिक्षकों को संकुल प्रभारी का प्रभार दे दिया। शासन के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद बीईओ ने कई शिक्षकों को ऐसे दूसरे स्कूलों से संबद्ध कर दिया, जहां पहले से ही शिक्षक तैनात थे। इतना ही नहीं स्थानांतरण के पश्चात एलिया पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारियों ने मनचाहे शिक्षकों को ठेकेदार बना दिया। एक-एक शिक्षक को कई-कई अतिरिक्त कक्षा-कक्ष का निर्माण प्रभारी बना दिया है। नियमत: जिस विद्यालय का अतिरिक्त कक्षा-कक्ष बनना होता है उस विद्यालय के प्रधानाध्यापक अथवा शिक्षक को भवन प्रभारी बनाया जाता है। यह गड़बड़ियां तो महज बानगी मात्र हैं बीईओ की जांच कराई जाए तो बड़ा मामला सामने आ जाएगा।
पिसावां मामले की जांच तीन सदस्यीय टीम कर रही है। शिक्षक रामचंद्र के मामले में सेवा पुस्तिका कैसे और किन हालात में बदली गई, इसकी भी जांच की जा रही है। दोनों मामलों की जांच रिपोर्ट आने पर अगर बीईओ की संलिप्तता मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
संजीव कुमार ¨सह, बीएसए
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती गन्दे काम -->> Breaking News: सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
पिसावां में नियम से परे जाकर संकुल प्रभारियों की तैनाती करना तथा शासन के कड़े रुख के बाद भी कई शिक्षकों का संबद्धीकरण भी तत्कालीन बीईओ ने किया। एलिया में चहेतों शिक्षकों को कई-कई अतिरिक्त कक्षा-कक्ष का निर्माण प्रभारी बना दिया। यह सारे खेल खंड शिक्षा अधिकारी एलिया रमन ¨सह ने उन ब्लॉकों में किए जहां उनकी तैनाती रही है।
परसेंडी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय चिलमा में तैनात प्रधानाध्यापक रामचंद्र के शैक्षिक प्रमाण पत्रों ने इनके बड़े भाई बदलू अमेठी जिले के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत थे। यह दोनों भाई रामचंद्र के नाम से दो-दो जगह से सरकारी सेवाओं का फायदा उठा रहे थे। इस बाबत 'दैनिक जागरण' ने खबरें प्रकाशित कीं तो राज से पर्दा उठा। रामचंद्र का वेतन रोकने के साथ ही बीएसए ने उनकी जांच शुरू करा दी है। दरअसल इस खेल की जानकारी खंड शिक्षा अधिकारी को हो गई थी और साजिशन रामचंद्र की सेवा पुस्तिका गायब करके दूसरी सेवा पंजिका बगैर बीएसए की अनुमति के बना दी गई। मजे की बात तो यह है उस समय तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी रमन ¨सह ही थे। इसके बाद यही बीईओ स्थानांतरित होकर पिसावां पहुंचे और यहां भी खास लोगों को जमकर रेवड़िया बांटी। निहित स्वार्थ के चलते अपात्र शिक्षकों को संकुल प्रभारी का प्रभार दे दिया। शासन के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद बीईओ ने कई शिक्षकों को ऐसे दूसरे स्कूलों से संबद्ध कर दिया, जहां पहले से ही शिक्षक तैनात थे। इतना ही नहीं स्थानांतरण के पश्चात एलिया पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारियों ने मनचाहे शिक्षकों को ठेकेदार बना दिया। एक-एक शिक्षक को कई-कई अतिरिक्त कक्षा-कक्ष का निर्माण प्रभारी बना दिया है। नियमत: जिस विद्यालय का अतिरिक्त कक्षा-कक्ष बनना होता है उस विद्यालय के प्रधानाध्यापक अथवा शिक्षक को भवन प्रभारी बनाया जाता है। यह गड़बड़ियां तो महज बानगी मात्र हैं बीईओ की जांच कराई जाए तो बड़ा मामला सामने आ जाएगा।
पिसावां मामले की जांच तीन सदस्यीय टीम कर रही है। शिक्षक रामचंद्र के मामले में सेवा पुस्तिका कैसे और किन हालात में बदली गई, इसकी भी जांच की जा रही है। दोनों मामलों की जांच रिपोर्ट आने पर अगर बीईओ की संलिप्तता मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
संजीव कुमार ¨सह, बीएसए
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती गन्दे काम -->> Breaking News: सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC