चार साल सात महीने की अनन्या वर्मा
नौवीं कक्षा में पढ़ेगी या नहीं, इसको लेकर चल रहे विवाद पर उत्तर प्रदेश
बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शुक्रवार को विराम लगा दिया। अब आयोग यह तय
करेगा कि बच्ची का दाखिला किस कक्षा में होगा। इसके लिए आयोग के सदस्यों के
साथ विशेषज्ञों की एक टीम बच्ची के घर जाकर उसका परीक्षण करेगी।
विशेषज्ञों की रिपोर्ट के आधार पर आगे के फैसले लिए जाएंगे।
वंडर गर्ल के नाम से प्रसिद्ध हुई इस
बच्ची का दाखिला पिछले दिनों सेंट मीराज स्कूल में सीधे नौवीं कक्षा में
कराया गया। हालांकि बच्ची के माता-पिता इससे संतुष्ट नहीं थे। हाल में जारी
एक बयान में उन्होंने बच्ची के छोटे होने का हवाला देते हुए कुछ समय बाद
पढ़ाने की इच्छा जाहिर की थी।
आयोग उठाएगा जिम्मेदारी
आयोग की अध्यक्ष जूही सिंह ने बताया कि
बच्ची को लेकर किए गए दावे सही निकलते हैं तो बच्ची के बेहतर भविष्य के लिए
आयोग सारी जिम्मेदारी उठाने को तैयार है। उसका दाखिला शहर के नामचीन स्कूल
में कराया जाएगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी आयोग उठाएगा। अगले सप्ताह में ये
परीक्षण किए जाएंगे।
मां के अनुसार अभी छोटी है बच्ची :
एक ओर जहां शिक्षा विभाग और स्कूल प्रशासन
बच्ची का दाखिला नौवीं में कराने में लगा है। वहीं, बच्ची की मां छाया
देवी ने उसके छोटे होने की बात कही। मां का कहना है कि बच्ची को रामायण और
सुंदरकांड सिखाया गया। वह खेल-खेल में सीख गई। इसके अलावा, गिनती और क,ख,ग
आता है। वह अभी छोटी है। स्कूल प्रबंधक ने दबाव डाला तो स्कूल भेज दिया।
स्कूल ने बोर्ड को भेजा पत्र :
सेंट मीराज स्कूल प्रबंधन की ओर से
शुक्रवार को बोर्ड को पत्र भेजा गया है। जिसमें, सचिव माध्यमिक शिक्षा
परिषद से जिला विद्यालय निरीक्षक के पत्र के आधार पर बच्ची को नौवीं में
पंजीकरण कराने की विशेष अनुमति देने को कहा गया है।